Anahat singh भारत का छोटा पैकेड बड़ा धमका जानिए 14 साल की अनाहत जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में रचा इतिहास

by | Aug 13, 2022 | Sports | 0 comments

Anahata singh अनाहत सिंह अमेरिका में जूनियर स्क्वैश ओपन जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं | भारतीय किशोरी अनाहत सिंह ( Anahat Singh) ने फिलाडेल्फिया में प्रतिष्ठित जूनियर यूएस ओपन स्क्वैश (Junior US Open Squash) टूर्नामेंट की अंडर -15 लड़कियों की श्रेणी जीतकर इतिहास रच दिया है। दिल्ली की 14 वर्षीय लड़की ने अर्लेन स्पेक्टर सेंटर में खेले गए फाइनल मैच में मिस्र की जयदा मारेई ( Jayda Mare ) को 11-9, 11-5, 8-11, 11-5 से मात दी। दुनिया के सबसे बड़े जूनियर इंडिविजुअल स्क्वैश टूर्नामेंट में 41 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 850 से अधिक स्क्वैश जूनियर खिलाड़ियों ने भाग लिया।

Anahat singh
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Anahat singh विस्तार से पढ़े

Anahata singh कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत की ओर से कई बड़े खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इनमें पीवी सिंधु, बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और मीराबाई चानू जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। लोगों की नजर इन एथलीट्स पर तो बनी ही हुई है, लेकिन राष्ट्रमंडल खेलों के पहले दिन एक 14 साल की एथलीट ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। यह 14 साल की एथलीट कोई और नहीं बल्कि भारत की युवा स्क्वैश खिलाड़ी अनाहत सिंह हैं।

Anahat singh खेलना की प्रेरणा किस से मिली

अनाहत को स्क्वैश खेलना की प्रेरणा अपनी बड़ी बहन से मिली है. बड़ी बहन अमीरा सिंह भी खुद एक स्क्वैश खिलाड़ी हैं. अनाहत ने सबसे पहले 2019 में अपना नाम बनाया जब उन्होंने अंडर -11 केटेगरी में प्रतिष्ठित ब्रिटिश ओपन जीता था. अगले दो सालों तक अनाहत अंडर-15 कैटेगरी में जाने से पहले तक अंडर-11 में नंबर 1 बनी रहीं.

बड़ी बहन

Anahat singh अनाहत का परिवार

13 मार्च 2008 को दिल्ली में जन्मीं अनाहत के पिता गुरशरण सिंह पेशे से वकील हैं। वहीं, मां तानी सिंह इंटीरियर डिजाइनर हैं। अनाहत की बड़ी बहन अमीरा भी स्क्वैश प्लेयर हैं। वह अंडर-19 लेवल पर भारत की शीर्ष खिलाड़ियों में रह चुकी हैं। अमीरा स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद फिलहाल हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही हैं। वह अभी हार्वर्ड महिला टीम के लिए स्क्वैश खेलती हैं। अनाहत फिलहाल दिल्ली में कक्षा नौवीं की छात्रा हैं।

Anahat singh अनाहत ने 2019 में ब्रिटिश ओपन में स्वर्ण जीता

इसके बाद कुछ ही समय में अनाहत अंडर-11 और अंडर-13 में नंबर एक खिलाड़ी बन गईं। उन्होंने 2019 में अंडर-11 लेवल पर भारत के लिए पहली बार प्रतिष्ठित ब्रिटिश ओपन स्क्वैश टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया। इस खिताब के बाद अनाहत ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था। इसी साल अनाहत ने एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। साल 2020 में उन्होंने ब्रिटिश और मलेशिया जूनियर ओपन टूर्नामेंट में रजत पदक जीता था।

Anahat singh यूएस ओपन 2021 में जूनियर चैंपियन बनीं अनाहत

अनाहत ने पिछले साल फिलाडेल्फिया में आयोजित यूएस ओपन 2021 जूनियर (अंडर -15) स्क्वैश टूर्नामेंट भी जीता था। वह किसी भी आयु वर्ग में यूएस ओपन स्क्वैश टूर्नामेंट में चैंपियन बनने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं। इसके बाद साल 2022 में तो अनाहत ने कमाल ही कर दिया। यह उनका अब तक का सबसे अच्छा सीजन रहा है। इस साल जून में थाईलैंड एशियाई जूनियर स्क्वैश चैंपियनशिप (अंडर-15) में अनाहत ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इतना ही नहीं चेन्नई में हुए नेशनल कैंप में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भारतीय स्क्वैश टीम में जगह बनाई।

Anahat singh महिला एकल और युगल में लेंगी हिस्सा

राष्ट्रमंडल खेल 2022 में अनाहत महिला सिंगल्स के अलावा डबल्स में भी हिस्सा लेंगी। महिला डबल्स में अनाहत सुनयना कुरुविला के साथ जोड़ी बनाएंगी। जहां स्क्वैश में भारतीय दल की अगुआई अनुभवी सौरव घोषाल और दीपिका पल्लीकल जैसे स्टार खिलाड़ी कर रहे हैं तो दूसरी तरफ अनाहत ने राउंड ऑफ 32 का मैच जीतकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। राष्ट्रमंडल खेलों के बाद अनाहत विश्व जूनियर्स चैंपियनशिप 2022 में भी नजर आएंगी। इसकी शुरुआत नौ अगस्त से होगी।

Q.1 कौन है भारत का छोटा पैकेज बड़ा धमाका ?

ANSR.1 अनाहत सिंह जो महस 14 साल की है

Q.2 अनाहत सिंह कहा की रहने वाली है ?

ANS.2 13 मार्च 2008 को दिल्ली में जन्मीं अनाहत सिंह

Q.3 अनाहत सिंह के पिता जी क्या काम

ANS. 3 अनाहत के पिता गुरशरण सिंह पेशे से वकील

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